🇮🇱🇮🇷 इज़राइल-ईरान युद्ध 2025: ताज़ा अपडेट, कारण और प्रभाव
श्रेणी: अंतरराष्ट्रीय समाचार | पश्चिम एशिया संकट
तारीख: 18 जून 2025
इज़राइल और ईरान के बीच का तनाव अब खुला संघर्ष बन चुका है। वर्षों से चले आ रहे राजनयिक तनाव, साइबर हमले और गुप्त ऑपरेशन अब सीधी सैन्य कार्रवाई में तब्दील हो गए हैं। यह टकराव न केवल मध्य पूर्व को बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकता है।
🔥 युद्ध की शुरुआत कैसे हुई?
2025 के मई महीने में, इज़राइल ने दावा किया कि ईरान ने उसके उत्तरी क्षेत्र में ड्रोन और मिसाइल हमले किए। इसके जवाब में इज़राइल ने तेहरान के पास एक परमाणु ठिकाने पर हवाई हमला किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच सीधा युद्ध शुरू हो गया।
🗺️ मुख्य घटनाक्रम
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ईरान ने हिज़्बुल्लाह और हौथी विद्रोहियों को सक्रिय किया, जिससे लेबनान और यमन में भी तनाव बढ़ा।
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इज़राइल ने ईरानी सैन्य अड्डों और रिवोल्यूशनरी गार्ड के ठिकानों को निशाना बनाया।
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अमेरिका और यूएन ने तुरंत युद्धविराम की अपील की, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
🔍 युद्ध के कारण
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परमाणु कार्यक्रम: ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर इज़राइल हमेशा से आशंकित रहा है।
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प्रॉक्सी युद्ध: ईरान द्वारा गाज़ा, सीरिया और लेबनान में हथियार और समर्थन देना।
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साइबर युद्ध और गुप्त ऑपरेशन: दोनों देशों ने पिछले सालों में कई साइबर हमलों का आरोप एक-दूसरे पर लगाया है।
🌍 वैश्विक प्रभाव
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तेल की कीमतों में भारी उछाल, भारत सहित कई देशों पर असर।
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सैन्य तैयारियां: अमेरिका, रूस, और चीन ने अपने-अपने ब्लॉक बनाए हैं।
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संयुक्त राष्ट्र की आपात बैठक चल रही है।
🧠 भारत के लिए क्या मायने?
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भारत का ईरान के साथ चाबहार पोर्ट परियोजना पर असर।
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भारत के लाखों प्रवासी मध्य पूर्व में रहते हैं, जिनकी सुरक्षा चिंता का विषय बन गई है।
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तेल आपूर्ति पर दबाव और आर्थिक अस्थिरता की आशंका।
📺 लोग क्या कह रहे हैं?
"ईरान और इज़राइल का यह टकराव तीसरे विश्व युद्ध का बीज भी बो सकता है..."
— एक अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक
"अब समय आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र और बड़ी ताकतें मिलकर युद्ध रोके।"
— मानवाधिकार संगठन
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